Thursday, 9 April 2020

श्री साई सत चरित्र मे - स्वप्न

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09.04.2020  गुरुवार

ओम साई श्री साई जयजय साई
सभी साई भक्तों को बाबा का आशीर्वाद

आज मैने भुवनॅश्वर से श्रीमति माधवि ने भेजा इस प्रसंग कॉ प्रचुरित कर रहा हूं  ।

श्री साई सत चरित्र मे  -  स्वप्न

" ॐ साई राम " सभी साई भक्तोंको।

में आज" स्वप्न" क्या है? क्यों आथा है? उस का क्या अर्थ है? थोड़ा कुछ आप का साथ शेयर करूँगी। कभी कभी हमारा जीवन मे जो भी गठन घटेगा, ओ पहले ही स्वप्न का द्वारा पता चेलथा है। उदाहरण,बुध कौशिक मुनि को स्वप्न में "रामा रक्षा स्तोत्रम" अपने शिस्यु को बताया। एसा ही रामायण में,अयोद्या काण्ड, सुंदरा काण्ड, युद्ध काण्ड में,स्वप्न का विशेष बताया है। अयोद्या काण्ड में दसरथ महाराज को पहले ही स्वप्न आया कि राम वनवास में जायेगा। भरत को अपना नाना का घर मे जब था स्वप्न आया कि उनका पिता दसरथ महाराज का देहांत हुआ। सुंदर काण्ड में त्रिजटा को स्वप्न आया कि रावण को वध करके राम ने सीता माता को अयोद्या लेके चेल गया
     
अभी साई  चरित्र में कौनसा जगा में स्वप्न का बारेमे लिखा है देखते है।

 साई चरित्र में 28th अद्याय मे लाला लक्ष्मी चंद को स्वप्न में  एक बूढ़ा आदमी, सफेद दांडी ,बहुत भक्त लोग उनका साथ मे है,एसा स्वप्न देखा। कुछ दिन का बाद ओ अपना दोस्त का घर गया। उनका घर मे ओ आदमी का फोटो देखा,जिसको ओ स्वप्न में  देखा था। ओ पूछा, ये कौन है? पूछा। तो ओ बोला कि  ये शिरडी साई बाबा है। तब से ओ बाबा का भक्त हो गया। लाला पहले बार शिरडी गया तो, बाबा बोला" इनको में जानता हूं" 
   
एसा ही बुरहान पुर में एक महिला को बाबा स्वप्न में बोल की " मुझे खिचड़ी ख़िलाव" बोला। इस से पता चेलथ है कि बाबा स्वप्न में जाके अपना भक्तोंको पास शिरडी बुला था। बाबा समाधि का पहले भी बूटी को,स्यामा को एक साथ स्वप्न में बोला कि एक मुरलीधार मंदिर बनाओ। अंत मे वही बाबा समाधि मंदिर हुआ। बाबा एसा भी करता था कि दूर में जो भक्त है उनको बाबा द्वारका मई में बैठ के बचता था। एक बच्चा आग में गिरने वाली थी, बाबा धुनि में अपना हाथ डालके दूर में बच्चे को बचाया। बीमाजी पाटील को स्वप्न में उनका बीमारी दूर किआ। साई चरित्र में एसा अनेक उदाहरण है।।
   
असल मे स्वप्न क्या है। हम जब बहुत नींद में रहता है,तब हमारा पांच इन्द्रिय काम नई करता है। किन्तु हमारा मस्तिष्क सदा सर्वदा काम करथा रहता है। इसीलिए स्वप्न को बाबा ने एक माद्यम बनाके अपना भक्त का पास पहुंच था । ये प्रक्रिया आज भी चेलथा है। हमेशा चेलेगा। हनुमान भक्तोंको हनुमान भी स्वप्न में आता है। माँ दुर्गा भक्त दुर्गा माता को देखता है।
    ये बुक जो लिखा ( साई बानिसा रावाड़ा गोपाल राव) उनके बाबा कैसा स्वप्न में बहुत चमत्कार दिखाया,अलग भाग में देखेंगे।

" सर्वम साई नाथरपन मस्तु"


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