02.04.2020 गुरुवार
ओम साई श्री साई जय जय साई
सभी साई भक्तों कॉ बाबा का आशीर्वाद
आज मैने भुवनॅश्वर से श्रीमति माधवि ने भेजा
दिया इस प्रसंग कॉ प्रचुरित कर रहा हूं ।
साई - राम
" ॐ साई राम " सभी साई भक्तोंको।
राम नवमी पर्व के लिए सब को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं ।
आप सब जानता है कि इन दिनों देश किस मुश्किल से गुजर रहीहै। कॅरोना भुथानु
के वजे से सारा विस्व ब्राह्मण त्राहि,त्राहि मच रही है। आइये,
हम सब मिलके एक
साथ बाबा को प्रार्थना करेंगे, इस राम नवमी पावन दिन" साई राम" को याद करते हुऐ, बाबा जब शिरडी में विराजमान थे, उन दिन याद करेंगे। गोपाल राव
गोन्दू,
दामू अन्ना, दोनों बाबा का परम भक्त थे। उनको कोई संतान
नई था।
बाबा का आशीर्वाद से उनको संतान प्राप्त हुआ। इसीलिए ओ लोग शिरडी में 1897 में राम नवमी , उरुसु उस्ताव,एकी दिन मानना शुरू किया। ये बात आप सभी साई भक्त जानता होगा। राम का जन्मदिन,रामनवमी बाबा को अथि प्रिय पर्व था। ओ इस पर्व को धूम धाम मनाते थे। तब से लेके आज तक कभी रुका नई था। किन्तु विधि,विधान भगवान को भी छोड़ा नई। इस साल राम नवमी नई हो रहा है शिरडी में। आप सब जानता है कि राम चन्द्र का जीवन विधान,बाबा का जीवन विधान एक जैसा लगता है। राम ने राजा होते हुए भी अरण्य में भटक ना पड़ा। राम भगवान का सभी भक्त अथि साधारण लोग थे,शबरी,केवट,सुग्रीव,सभी लोग। बाबा का भक्त भी अति साधारण लोग थे। महालसा पति,तात्या,स्यामा,सभी लोग। बहुत भक्त लोगों को भी बाबा राम भगवान जैसा दिखाय दिया। सभी राम भक्त बाबा को राम भगवान ही मानता है। इधर में आप सभी को मेरा एक अनुभव शेयर करूँगी। एक बार,एक आदमी मुझे फ़ोन में बहुत गालिया दिया कोई कारण नई है। बिना कारण,ओ किसीका बातों मे आके,बिना सोच,समझ के। में उस से उमर में भी बड़ी हु। थो मुझे बहुत धुक हुआ। में भगवान का सामने बहुत रोई हु। उस दिन राम नवमी था। में बाबा का सामने बोला" बाबा,में कभी और तुम को पूजा नई करूँगी
बाबा का आशीर्वाद से उनको संतान प्राप्त हुआ। इसीलिए ओ लोग शिरडी में 1897 में राम नवमी , उरुसु उस्ताव,एकी दिन मानना शुरू किया। ये बात आप सभी साई भक्त जानता होगा। राम का जन्मदिन,रामनवमी बाबा को अथि प्रिय पर्व था। ओ इस पर्व को धूम धाम मनाते थे। तब से लेके आज तक कभी रुका नई था। किन्तु विधि,विधान भगवान को भी छोड़ा नई। इस साल राम नवमी नई हो रहा है शिरडी में। आप सब जानता है कि राम चन्द्र का जीवन विधान,बाबा का जीवन विधान एक जैसा लगता है। राम ने राजा होते हुए भी अरण्य में भटक ना पड़ा। राम भगवान का सभी भक्त अथि साधारण लोग थे,शबरी,केवट,सुग्रीव,सभी लोग। बाबा का भक्त भी अति साधारण लोग थे। महालसा पति,तात्या,स्यामा,सभी लोग। बहुत भक्त लोगों को भी बाबा राम भगवान जैसा दिखाय दिया। सभी राम भक्त बाबा को राम भगवान ही मानता है। इधर में आप सभी को मेरा एक अनुभव शेयर करूँगी। एक बार,एक आदमी मुझे फ़ोन में बहुत गालिया दिया कोई कारण नई है। बिना कारण,ओ किसीका बातों मे आके,बिना सोच,समझ के। में उस से उमर में भी बड़ी हु। थो मुझे बहुत धुक हुआ। में भगवान का सामने बहुत रोई हु। उस दिन राम नवमी था। में बाबा का सामने बोला" बाबा,में कभी और तुम को पूजा नई करूँगी
( क्यों कि ओ आदमी भी बाबा का भक्त कहता है)। ये साधारण बात,हम को कुछ भी धुक होगा ना,हम बाबा का साथ लड़ता है। तो उस दिन में रोते
रोते सोगाई। मुझे एक स्वप्न आया,उसमे बाबा,पूरा राम जैसा दिखाय दिया,मुझे बोला, " तुम क्या समझा,में तुम्हारा राम नई हु, तुम जहा जाने से भी ,में साथ मे हु"। बस,मेरी नींद खत्म हुआ। उस समय,मेरा आनंद का सीमा नई था। एसा अनुभव सब को
होता होगा।
अब ये ब्रह्मांड त्राहि,त्राहि मच रही है। आइये,हम सब मिलके बाबा से ये निवेदन करेंगे"
बाबा,तुम जब रामावतार में थे,रावनासुर राक्षस कृत्य के वझेसे सारा ब्रह्मांड अथि
कास्ट में था। तुम राम नवमी का दिन जन्म लेके उसका संघार करके पृथ्वी को शान्ति प्रदान किया। अभी इस कलियुग
में तुम्हारी जरूरत है,
प्रभु, तुम फिर इस धरती को कॅरोना भुथानु से रक्षा
करने के लिए तुम को आना होगा। प्रभु,और देर मत करो। तुम्हारा सभी भक्त प्रतीक्षा कर हा है, तुम्हारा दर्शन के लिए जल्दी ही तुम
आना,और सब को दर्शन देना। इस कामना करते
हुए में सभी साई भक्तोंको प्रणाम करथि हु। ये उपन्यास का,कर्त, कर्मा,क्रिया,बाबा ही है। कही पर भी जदि
भूल होगा तो,ओ मेरी है,माफ करना दोसतो।
" सर्वम साई नाथरपन मस्तु"
Baba please help eradicate corona virus, so many people are dying daily
ReplyDelete