Monday, 20 January 2020

साई बाबा और श्रीराम


      Image result for images of saibaba and lord sriram
            Image result for images of rose hd

20.01.2020  सोमवार

ओम साई श्री साई जय जय साई

सभी साई भक्तोंको बाबा का आशीर्वाद

साई बाबा और श्रीराम

"ॐ साई राम" सभी साई भक्तोंको।अब तक हम ने साई बाबा,कृष्णभगवान, दोनों समान है,बोलके सब कहानी को बताया।कृष्णा ने जो भी किया बाबा भी वही काम किया।
  
 अब आप को बताने वाली हु की,बाबा का अवतार,श्री रामचन्द्र का अवतार कैसा समान हुआ।आप सभी साई भक्त थोडासा समय निकालके पड़ लीजिए।आप सभी को सब कुछ पता है,फिर भी साई बानीसा,रावाड़ा गोपालराव जी दिखाया हुआ समानता  पड लीजिए।
    

 हम सभी लोग जानते है अदिकाव्यम रामायणं। हेमाडपंत ने कहा है कि" जब में रामायण पड़ता हु,मुझे हरजगामे,बाबा राम जैसाहि दिखाई देता है।सन 1838 का पेहेले से ही शिरडी में मारुति( हनुमान) मंदिर था। मारुति मंदिर है,मतलब कभी ना कभी राम भगवान भी जरूर आएंगे। हनुमानजी अपना भगवान राम केलिए बहुत पेहेले से इंतजार करता था। 
           Image result for images of hanuman mandir at shirdi

ओ इसबात जानता है कि राम आएगा।इसीलिए राम नई,साई राम आगया,अपना हनुमान को प्रसन्न करनेकेलिए।हनुमान का सामने साईराम भी रहने लगा।ओ भक्त,और भगवान का प्यार आज तक कोई माप नई सका।हम सब बाबा भक्त जब बाबा का पूजा करते है," ॐ शिव,राम,कृष्णा,मारुत्यादी रूपाय नमः" एसा भी करता हे ना।रामायण में हनुमान ने अपना छाथि चीर के दिखाया" देखो,मेरा प्रभु राम,मेरा हृदय में है" एसाहि बाबा,साई सत्चरित्र 15 अद्याय में बोला कि,में मेरा भक्तोंका हृदय में रेहेताहू।अब हुआ ना ,साई,राम एकी अवतार है।


   
जब सत्ययुग में क्षीरसागर मंथन हुआ थातब हालाहल भी समुद्र मंथन से निकला था। ओ हालाहल को देवोंकादेव महादेव ने अपना कंठ में धारण किया था। 
          Image result for images of samudra manthan

ये कहानी सब जानता है।उसे राह पाने केलिए ओ साधा,सर्वदा राम नाम स्मरण करता रहता है।एसा ही सभी साई भक्त ने हर कस्ट समय मे साई राम का नाम लेता रेहेता है।जब राम ने अयोद्या में जनम हुआ था सब कोई उनको मानव समझाता। ओ भगवान होने से भी मनुष्य जैसा ही जीवन बिताया।साई बाबा भी जब शिरडी में आया था,उनको भगवान बोलके कोई विस्वास नई किया।जैसा दिन बीत था गयाओ दिव्या पुरुष समझ ने लगा।ये तो पुराकी पूरा समान है।राम, भगवान होनेसेभी सब जगा में एक साधारण मनुष्य जैसा ही काम किया।बाबा भी अपने को स्थिर करने केलिए बहुत कस्ट उठाना पड़ा।जो भी साई चरित्र पड़ता है ये बात जानता होगा।अब हुआ ना,साई,रामचंद्र समान।एसाहि अनेक कहानी लेके में फिर अवउंगी। सब मिलके " जै साई राम" बोलिए।


"सर्वम साई नाथरपनामस्तु"


4 comments:

  1. Om sai ram !! Sai is same as Lord ram, in satcharita we have 2 instances where Baba was seen as Rama, one instance for doctor , another instance for madrasi bhajan lady

    ReplyDelete